Publish Date:Ths, 05/March2020
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हाथ धोने की डालें आदत, तीन से पांच फीट की बनाएं दूरी
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हाथ मिलाने और गले मिलने से परहेज करें
R24News : पटना/ कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भारत में अबतक सिर्फ 28 लोग इससे पीड़ित मिले हैं। इनमें 16 विदेशी हैं। देश में कोरोना से किसी की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है। इससे आतंकित होने की जरूरत नहीं है। पर इससे सतर्क रहने की जरूरत है। सबसे महत्वपूर्ण है इसके लिए सावधानी बरतना।
यह काफी तेजी से फैलने वाला और संक्रामक प्रजाति का वायरस है। विदेश यात्रा से परहेज करें। जिनमें यह लक्षण हो, उनसे दूरी बनाए। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर 14 दिनों तक उसके लक्षण प्रकट हो सकते हैं। साबुन से हाथ धोने की आदत डालें। एक घंटे में करीब सात से आठ बार साबुन से 20 सेकंड तक हाथ धोएं, तभी इसके कीटाणु मरेंगे। इसके कीटाणु 24 से 48 घंटे तक जीवित रहते हैं। फिलहाल हाथ मिलाने और गले मिलने से परहेज करें।
डॉक्टरों की मानें तो कोरोना से बचाव के लिए शराब का कोई रोल नहीं है। जिनका इम्युनिटी सिस्टम ठीक है, उनमें वायरस का अटैक कम होता है। इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने पर वायरस का संक्रमण जल्द होता है। इसका इलाज नहीं है। कोई दवा नहीं है। इसका असर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है। सर्दी-खांसी में छींकते समय रुमाल या तौलिए का इस्तेमाल करें।
इसके मुख्य लक्षण सर्दी, खांसी और बुखार हैं। जिनमें लक्षण दिखे, उनसे कम से कम पांच फीट की दूरी बनाएं। बुजुर्ग का खास ख्याल रखें। नौकरी पेशा या बाहर आने-जाने वाले लोग जेब में सैनिटाइजर रखें और एक घंटे में सात-आठ बार साबुन से हाथ धोएं। कोरोना से बचाव का यह सबसे बेहतर उपाय है। कोरोना का सार्स वैराइटी काफी खतरनाक होता है। यही वायरस ज्यादा परेशान करता है। यह व्यक्ति से व्यक्ति से फैलने वाली बीमारी है। संभव हो तो भीड़भाड़ में जाने से परहेज करें। इसमें पीड़ित व्यक्ति को निमोनिया, सांस लेने में दिक्कत या रेस्पिरेटरी फेल्योर की शिकायत होती है।
इन चिकित्सकों ने दी सलाह
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डॉ. बीके चौधरी, वरीय पल्मोनोलॉजिस्ट, पीएमसएच
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डॉ. रवि कीर्ति, वरीय फिजिशियन, पटना एम्स
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डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरीय फिजिशियन