• राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
Monday, August 8, 2022
R 24 News
Advertisement
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
No Result
View All Result
R 24 News
No Result
View All Result
Home झारखंड धनबाद

अब यादों में सिर्फ कहानी, कविगुरु को भाता था गिरिडीह के जादुई कुएं का पानी, Rabindranath Tagore Jayanti 2020

अब यादों में सिर्फ कहानी, कविगुरु को भाता था गिरिडीह के जादुई कुएं का पानी, Rabindranath Tagore Jayanti 2020
Share on FacebookShare on TwitterEmail
Share this on WhatsApp

Publish Date:Thu, 7/May 2020

R24News : गिरिडीह। नोबल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर। देश इन्हेंं कविगुरु के नाम से भी जानता है। ख्यातिप्राप्त शिक्षण संस्थान शांति निकेतन के संस्थापक। गुरुदेव की झारखंड के गिरिडीह से भी कई यादें जुड़ी हैं। गिरिडीह महेशमुंडा रेलवे स्टेशन परिसर के एक कुएं का पानी उनको व उनके परिवार के सदस्यों को बेहद भाता था। आलम ये था कि उस कुएं के पानी को जब वे कोलकाता में रहते तो ट्रेन से मंगाते थे।

अपने जीवनकाल में उनका कई बार गिरिडीह आना हुआ। बेटी रेणुका जब बीमार हुई तो बेहतर आबोहवा के लिए उसे गिरिडीह लेकर आए थे। यहां जब तक रहे तब तक महेशमुंडा के कुएं का ही पानी पीया। आरके महिला कॉलेज गिरिडीह की प्रोफेसर डॉ. मधुश्री सान्याल कहती हैं कि गुरुदेव के दादा  द्वारिकानाथ टैगोर बड़े उद्योगपति थे। उनके समय से ही इस कुएं का पानी टैगोर हाउस कोलकाता ट्रेन से जाता था। टैगोर के मित्र सिरिसचंद्र मजूमदार गिरिडीह में रहते थे। गुरुदेव बीमार बेटी को लेकर उनके यहां आए थे। 1905 में बंगभंग आंदोलन के दौरान भी आए। देशभक्ति गीत एवं कविताएं यहां उन्होंने लिखी थीं। उस समय आरके महिला कॉलेज भी गए थे।

बिहार और बंगाल तक थी इस कुएं की ख्याति

गिरिडीह जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर इस कुएं का अनूठा इतिहास है। एक समय इसकी ख्याति बिहार एवं बंगाल तक थी। लोगों का कहना था कि इस  कुएं का जल औषधीय है। स्टीम इंजन के दौर में कुएं के पानी को जार में भरकर बंगाली परिवार कोलकाता ले जाते थे।

मकान में बन गया था फैक्ट्री इंस्पेक्टर कार्यालय 

गिरिडीह के पूर्व विधायक व बुजुर्ग नेता ज्योतिंद्र प्रसाद ने बताया कि रवींद्रनाथ टैगोर गिरिडीह के बरगंडा के एक मकान में रहे थे। उस मकान में बाद में फैक्ट्री इंस्पेक्टर कार्यालय बन गया था। यह कार्यालय काफी समय रहा। फैक्ट्री इंस्पेक्टर समेत विभाग के कर्मचारी रवींद्रनाथ की यादें इस मकान से जुड़ी होने के कारण इसे काफी पवित्र मानते थे।

इलाके के लोगों को भी भाता है कुएं का पानी 

बंधाबाद गांव के राजकुमार राणा एवं बलदेव महतो ने बताया कि तीन दशक पूर्व तक यह कुआं यात्रियों व ग्रामीणों की प्यास बुझाने का एकमात्र साधन था। तब ना तो चापाकल थे, ना बोङ्क्षरग। ट्रेन आने पर वाटर मैन यात्रियों को इसी कुएं का पानी देते थे। रघईडीह के कमलेश यादव एवं भुनेश्वर राणा ने बताया कि आज भी इलाके के लोगों को यहां का पानी खूब भाता है। कई गांवों के लोग इसे ले जाते हैं। इस पानी के सेवन से पाचन शक्ति मजबूत होती है। हालांकि देखरेख न होने से कुएं की हालत खराब हो चुकी थी। हाल में आसनसोल रेल मंडल ने इसका सुंदरीकरण किया है।

Share this on WhatsApp
Tags: Corona VirusDHANBADINDIAjharkhandLOCKDOWNR24 News
Previous Post

झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा खुली, मैथन में क्वारंटाइन प्रवासी भेजे गए घर

Next Post

यहां बार-बार बदल रहा नियम, 3 हजार आवेदन पेंडिंग: अब आया E-Pass

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

R 24 News

© 2019 R 24 News. Developed By Logix Techno

Navigate Site

  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle

© 2019 R 24 News. Developed By Logix Techno

Login to your account below

Forgotten Password?

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In