Publish Date:Sat, 13/June 2020
R24News : इस समय देश की नाैकरशाही में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की महिला अधिकारी डॉ. बीला राजेश ( Beela Rajesh) चर्चा में हैं। कुछ दिनों पहले तक उनकी चर्चा कोरोना फाइटर के रूप में हो रही थी। अब उनकी चर्चा तमिलनाडु में कोरोना को कंट्रोल न करने को लेकर है। इसी वजह से उन्हें तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव (Health Secretary) के पद से हटा दिया गया है। तेजतर्रार महिला अधिकारी डॉ. बीला का झारखंड से भी नाता रहा है। विशेषकर धनबाद से। उनके कार्यों और दबंग छवि को आज भी धनबाद के लोग याद करते हैं।
पहले कोरोना फाइटर, अब असफलता का आरोप
तमिलनाडु सरकार ने डॉ. बीला राजेश को राज्य के स्वास्थ्य सचिव के पद से हटाकर वाणिज्य कर और पंजीकर विभाग का सचिव बना दिया है। डॉ. बीला के स्थान पर जे राधाकृष्णन को तमिलनाडु का नया स्वास्थ्य सचिव बनाया गया है। राधाकृष्णन, 1992 बैच के IAS अधिकारी हैं। वे फरवरी 2019 तक राज्य के स्वास्थ्य सचिव थे। राधाकृष्णन से ही डॉ. बीला ने स्वास्थ्य सचिव का पदभार लिया था। कुछ दिनों पहले तक मीडिया में बीला राजेश की कोरोना फाइटर के रूप में चर्चा हो रही थी। तमिलनाडु में कोरोना को रोकने के लिए उनके कार्यों की प्रशंसा हो रही थी। लेकिन अचानक कोरोना की संख्या बढ़ने और महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कोरोना के केस 38 हजार से ज्यादा होने पर राज्य सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया।
डॉ. बीला ने तीन साल तक धनबाद को चलाया
1997 बैच की IAS (Indian Administrative Service) अधिकारी डॉ. बीला राजेश को पहली बार ही धनबाद जैसे जिले का उपायुक्त बनने का माैका मिला। झारखंड कैडर की IAS अधिकारी डॉ. बीला राजेश को राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने डीसी बनाकर धनबाद भेजा। वह 12 फरवरी, 2004 से 20 अप्रैल, 2007 तक धनबाद में उपायुक्त थीं। उनकी यहां एक दबंग अधिकारी की छवि रही। जनहित में नियम-परे से हटकर कई काम किए। धनबाद शहर की जलापूर्ति व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए मैथन से धनबाद तक करीब 40 किलोमीटर पाइप लाइन बिछवाने में उनकी भूमिका को आज भी लोग याद करते हैं।
सीएम सचिवालय में भी किया काम
Dr. Beela Rajesh ने झारखंड के मुख्यमंत्री सचिवालय में भी कुछ दिनों तक काम किया। बाद में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गईं। फिर अपना कैडर चेंज करवाकर झारखंड से तमिलनाडु करवा लिया। लॉकडाउन के बाद चेन्नई समेत तमिलनाडु के कई स्थानों पर धनबाद और झारखंड के मजदूर फंसे हुए थे। धनबाद के गोविंदपुर के मजदरों ने फरियाद लगाई तो स्वास्थ्य सचिव रहते हुए डॉ. बीला राजेश ने मदद की। यह मामला जब मीडिया में आया तो धनबाद के लोग उन्हें याद कर रहे थे। अब स्वास्थ्य सचिव के पद से हटाए जाने के बाद डॉ. बीला राजेश देश की नाैकरशाही और मीडिया में चर्चा में हैं।


