Publish Date:Mon, 18/May 2020
R24News : कहना मुश्किल है कि कोरोना काल में यह क्वारंटाइन व्यवस्था दोषी है या इसे अनुपालन कराने वाले क्रूर और अव्यवहारिक अधिकारी। लेकिन दोनों में दोषी तो कोई जरूर है। ऐसा न होता तो ओडिसा से चलकर अपने घर पहुंचने के बाद भी पानू बाउरी अंत समय में अपने पिता से मिलने से न चूक जाता। वह अपनी पंचायत के ही क्वारंटाइन सेंटर में कैदी की भांति छटपटाता रहा और दूसरी तरफ घर में उसके पिता के प्राण पखेरू उड़ गए।
40 हजार खर्च कर ओडिसा से पहुंचा पूर्वी टुंडी
धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी प्रखंड निवासी पानू बाउरी 25 मार्च से ही ओडिसा में फंसा हुआ था। पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने के बाद वह 8 मई को अपने ही गांव-पंचायत के तीन अन्य प्रवासी मजदूरों के साथ 40 हजार रुपये किराया देकर एक बोलेरे रिर्जव किया। अंत समय में पिता मनबोध बाउरी से मिलने की उम्मीद लिए ओडिया से चल पड़ा। 9 मई को वह पूर्वी टुंडी पहुंचा। उसे और उसके तीन अन्य साथी प्रवासी मजदूरों को पकड़ रघुनाथपुर पंचायत में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में बंद कर दिया गया।
क्वारंटाइन सेंटर पहुंची पिता की माैत की सूचना
10 मई को पानू समेत तीन अन्य प्रवासियों का स्वाब सैंपल पीएमसीएच में भेजा गया। कहा गया कि रिपोर्ट आते ही छोड़ दिया जाएगा। छह दिन तक पानू रिपोर्ट आने का इंतजार करता रहा। 15 मई की देर शाम पानू के पिता की मृत्यु हो गई। और अंत समय में पिता से मिलने की उसकी इच्छा धरी की धरी रह गई। हालांकि पिता के अंतिम संस्कार में पानू जरूर शामिल हुआ। शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए उसे बाहर ही बाहर श्मशान घाट तक ले जाया गया। वहां से लाकर उसे फिर क्वारंटाइन सेंटर में बंद कर दिया गया।
पिता की मृत्यु के दो दिन बाद आई जांच रिपोर्ट
15 मई को पानू के पिता की मृत्यु हई। इसके दो दिन बाद रविवार को उसकी कोरना जांच रिपोर्ट आई। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद रविवार को उसे क्वारंटाइन सेंटर से छोड़ दिया गया। इसके बाद पानू अपने घर पहुंचा। अब उसके सामने अफसोस करने और कोरोना-क्वारंटाइन को कोसने के सिवाय कुछ नहीं बचा है। यह व्यवस्था का ही दोष है कि कोरोना जांच रिपोर्ट प्राप्त होने में एक-एक सप्ताह का समय लग रहा है। अगर एक-दो दिनों में रिपोर्ट आ गई होती तो पानू के अपने पिता से अंतिम समय में मिलने की इच्छा पूरी हो जाती।
पानू के पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी नहीं थी। जैसे ही उसके पिता के निधन की सूचना मिली शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी गई। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे होम क्वारंटाइन पर घर भेज दिया गया है।
-यास्मिता सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी, पूर्वी टुंडी।


