Publish Date:Sat, 21/March2020
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भैंस की छाल लेकर नगाड़े बनवाने जा रहा था मुरहू का युवक, पुलिस को देख भागने लगा था
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मां, पत्नी और बेटी शव लेने के लिए थाने पहुंचे, मां जोसफिना बोलीं- मेरा बेटा तो बहुत सीधा था
R24News : खूंटी जिले में गश्ती कर रही पुलिस ने नक्सली समझकर एक बेगुनाह युवक को गोली मार दी। कुछ देर बाद ही पुलिस को अहसास हो गया कि उससे गलती हो गई। युवक को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। इसके बाद पुलिस मामले को दबाने का दिनभर प्रयास करती रही। शाम को आखिरकार पुलिस को मानना पड़ा कि उससे गलती हो गई।
जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। इसी क्रम में मुरहू थाना क्षेत्र के कुम्हारडीह में नक्सली समझकर 36 वर्षीय युवक रोशन होरो पर गोली चला दी। गुरुवार रात जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम के साथ तपकारा के जिलिंगबुरु जंगल में पीएलएफआई उग्रवादियों की मुठभेड़ हुई थी। शुक्रवार सुबह एएसपी अनुराग राज के नेतृत्व में जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम मुरहू थाना क्षेत्र के कुम्हारडीह की ओर से छापेमारी अभियान चला रही थी। तभी बाइक सवार युवक पुलिस को देखकर भागने लगा।
पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया, पर वह नहीं रुका, ताे जवानों ने नक्सली हाेने के शक में फायरिंग कर दी, जिससे युवक घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके पास से 10 किलोग्राम भैंस की छाल बरामद की गयी। पुलिस ने भी माना कि रोशन छाल लेकर नगाड़ा बनवाने जा रहा था। वह पुलिस को देख डर गया और भागने लगा। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सभी निर्देशों का पालन भी किया गया। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच के साथ- साथ स्वतंत्र एजेंसी से भी जांच कराई जाएगी।
मां बोली…नगाड़ा बनवाने निकला था बेटा, पुलिस की गोली से मरा
पुलिस की गोली से मारे गए रोशन होरो की मां जोसफिना होरो और पत्नी रानीमय होरो ने कहा कि रोशन होरो शुक्रवार सुबह अपनी बाइक से भैंस की छाल लेकर नगाड़ा बनवाने के लिए साड़ीगांव के लिए निकला था। इसी दौरान पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गयी । बेटे काे गाेली लगने की जानकारी उन्हें दाेपहर में मिली, जब वे मुरहू थाना पहुंचे। उसकी मौत किस परिस्थिति में हुई यह पुलिस ही बता सकती है। परिजनों ने बताया कि रोशन होरो बिल्कुल सीधा साधा युवक था और कोई गलत काम नहीं करता था। वह खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन-पाेषण कर रहा था।
लोगों में अाक्राेश, अाज बैठक कर तैयार करेंगे रणनीति
मुरहू के कुम्हाडीह गांव में इस घटना के बाद ग्रामीणों में पुलिस के प्रति आक्रोश है। हालांकि पुलिस के खिलाफ कोई खुलकर तो नहीं बोल रहा है, लेकिन उनके चेहरे पर गम व गुस्सा झलक रहा है। बताया गया कि शनिवार को कुम्हारडीह में इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों की बैठक होने वाली है।
मरहू थाना परिसर छावनी में तब्दील : निर्दोष ग्रामीण की पुलिस फायरिंग में मौत के बाद खूंटी पुलिस सकते में आ गयी थी। एसपी आशुतोष शेखर ने ऐहतियातन मुरहू थाना को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस को आशंका थी कि घटना के बाद ग्रामीण मुरहू थाना कूच कर सकते हैं।
सीधी बात- डीजीपी एमवी राव ने कहा- हां, गलती तो हुई है, केस भी दर्ज होगा और कार्रवाई भी होगी
सवाल- क्या पुलिस काे हथियार बेगुनाह काे मारने के लिए दिए गए हैं?
जवाब- पुलिस ने गलतफहमी में गाेली चलाई है। किसी की हत्या का इरादा नहीं था।
सवाल- क्या हत्या का केस दर्ज किया गया है?
जवाब- दाेषी पुलिसकर्मियाें के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दे दिया गया है।
सवाल- क्या पुलिसकर्मियाें के खिलाफ कार्रवाई हाेगी ?
जवाब- दाेषियाें के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। किसी काे भी बख्शा नहीं जाएगा।
सवाल- क्या पुलिस ऐसे ही किसी काे भी गाेली मार सकती है?
जवाब- ऐसा पुलिस नहीं कर सकती हैं। पुलिस ने गलतफहमी में गाेली चलायी है, लेकिन दाेषियाें पर हर हाल में कार्रवाई हाेगी। पुलिस पूरे मामले में किसी तरह की लीपापाेती नहीं कर रही है। पूरे मामले की जांच भी कराई जाएगी। सरकार के नियमानुसार भुक्तभोगी के परिवारवालाें की हर संभव सहायता की जाएगी।


