Publish Date:Wed, 18/March2020
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हाथियों ने करीब पांच एकड़ खेत में लगी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया
R24News : तमाड़ के कुन्दला पंचायत के डिमरा गांव में सोमवार की रात बारह जंगली हाथियों के झुंड ने दो घरों को क्षतिग्रस्त कर करीब 22 क्विंटल धान खा गए। इस क्रम में गृह स्वामी शिवदयाल मुंडा और उनका परिवार बाल-बाल बचा व भागकर अपनी जान बचाई। हाथियों ने पास में ही स्थित अनाज चक्की में भी तोड़फोड़ की और 15-20 बोरा अनाज खा गए। इसके बाद हाथियों ने करीब पांच एकड़ खेत में लगी गेहूं की फसल को भी बर्बाद कर दिया। इनमे ठाकुर मुंडा, घनश्याम मुंडा, मोहन मुंडा, हीरालाल पाहान आदि के खेत शामिल हैं।
घटना रात करीब ग्यारह बजे की है। कुन्दला जंगल से आए हाथियों के झुंड ने डिमरा गांव को निशाना बनाया। इसमें गांव के मुहाने पर स्थित शिवदयाल के घर की दीवार तोड़ दी। शिवदयाल ने बताया कि उन्होंने खाट के नीचे छिपकर जान बचाई। इस बीच हाथियों के वहां से हटने पर शिवदयाल व उनका पूरे परिवार ने भागकर अपनी जान बचाई और शोर मचाकर ग्रामीणों को इकट्ठा किया।
बतात चलें कि कुन्दला जंगल में विगत बीस दिनों से शरण लिए जंगली हाथियों के झुंड ने खेतों में लगी गेहूं, टमाटर आदि फसलों को बर्बाद कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग को पहले ही जानकारी दे दी गई थी। इसके बाद भी विभाग की ओर से जानमाल की सुरक्षा को लेकर पहल नही की गई। मंगलवार को डिमरा राजस्व गांव के ग्राम प्रधान ठाकुर सिंह मुंडा के नेतृत्व में दिगम्बर मुण्डा, घनश्याम मुंडा, गौरमोहन मुंडा, घासीराम मुंडा, पांडा मुंडा, सुरेश सिंह मुंडा आदि दर्जनों युवक वन क्षेत्र कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें वन विभाग की ओर से कोई सहायता नहीं मिली। इस वजह से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इधर, रेंजर अमरनाथ भगत ने बताया कि हाथियों को भगाने के लिए विभाग सक्रिय है। तत्काल रात्रि को सायरन युक्त वाहन डिमरा भेजा जा रहा है।


