Publish Date:Sat, 27/June 2020
R24News : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लगे लॉकडाउन के दौरान देश की शिक्षण व्यवस्था में व्यापक बदलाव आया। ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कई सवाल उठते रहे, लेकिन धनबाद के छात्रों ने इस नई व्यवस्था को अपनाते हुए इसे कारगर बताया है। धनबाद में चल रही ऑनलाइन व्यवस्था की वास्तविक स्थिति जानने के लिए पीके रॉय कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीके सिन्हा ने 250 छात्र-छात्राओं के एक समूह पर स्टडी किया।
इस स्टडी का परिणाम चौंकाने वाले थे। 80 फीसद छात्रों ने इस नई व्यवस्था को स्वीकार्य करते हुए इसे आगे जारी रखने पर सहमति दी और हाई ब्रीड यानी दो तरह की पठन-पाठन व्यवस्था को लागू करने पर विश्वविद्यालयों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया। इस अध्ययन के दौरान ऑन लाइन पढ़ाई के लिए उपयोग होने वाली तकनीक से लेकर पाठ्य सामग्री, इंटरनेट नेटवर्क, लेशन प्लान, स्टडी मैटेरियल, शिक्षकों के पढ़ाने की पद्धति समेत कुल 26 प्रकार की जानकारी ली गई। इस स्टडी में स्नातक के 97 फीसद विद्यार्थियों ने भाग लिया, जबकि स्नातकोत्तर के तीन फीसद शामिल थे।
लड़कियों को मोबाइल की समस्या : अध्ययन में यह बात भी सामने आई है कि छात्राओं को ऑल लाइन क्लास करने में समस्या आई। उनके पास पर्सनल मोबाइल फोन की उपलब्धता नहीं होने के कारण यह परेशानी हुई। छात्राओं ने बताया कि घर में एक फोन होने के कारण दिक्कत हुई।
इंटरनेट की गति स्लो होने से हुई परेशानी : ऑनलाइन क्लास के दौरान इंटरनेट स्लो होने कारण परेशानी भी हुई। हालांकि, 37 फीसद छात्रों ने बताया कि क्लास के दौरान उनके यहां इंटरनेट की स्पीड बेहतर थी। वहीं, 25 फीसदी छात्र ने कहा है कि उनके यहां इंटरनेट का स्पीड काफी खराब रहा, जिससे ऑडियो-वीडियो सुनने व देखने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्टडी के अनुसार, 37 छात्रों ने कहा कि उन्हें लेक्चर का ऑडियो सही से सुना, वहीं 18 फीसदी का कहना है कि वे ऑडियो क्वालिटी खराब होने से लेक्चर नहीं सुन सके।
नेटवर्क, ऑडियो और वीडियो की स्थिति (सभी आंकड़े प्रतिशत में)
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गुणवत्ता – नेटवर्क – ऑडियो – वीडियो
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बेहतर – 37 – 37 – 60
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अच्छा – 36 – 44 – 20
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खराब – 25 – 18 – 11