Publish Date:Sun, 15/March2020
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सितंबर 2019 में समाप्त तिमाही में यस बैंक को 629 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था
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दिसंबर तिमाही में बैंक का एनपीए बढ़कर 18.87% हो गया जो सितंबर तिताही में 7.39% था
R24News : यस बैंक को दिसंबर 2019 में समाप्त हुई तिमाही में 18,564 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। बैंक को पिछले साल की इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। सितंबर 2019 में समाप्त तिमाही में यस बैंक को 629 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। दिसंबर तिमाही में बैंक का एनपीए बढ़कर 18.87% हो गया जो सितंबर तिताही में 7.39% था। इस दौरान बैंक के खराब लोन लोन पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले बढ़कर 40,709 करोड़ रुपए हो गया है।
तिमाही के दौरान डिपॉजिट में 40,000 करोड़ की कमी
तिमाही के दौरान बैंक के पास अनिवार्य रूप से रखी जाने वाली नकदी में भी गिरावट आई है। इसके अलावा, बैंक डिपॉजिट्स मे भी कमी दर्ज की गई है। अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में बैंक के डिपॉजिट में 40 हजार करोड़ रुपए की कमी आई है। अब यह 1.65 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। जनवरी से मार्च अवधि में डिपॉजिट में करीब और 30 हजार करोड़ की कमी आने का अनुमान है। सरकार द्वारा बैंक पर मोराटोरियम लागू होने के बाद से यस बैंक का संचालन फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश पर प्रशांत कुमार कर रहे हैं।
यस बैंक के पुनर्गठन पर सरकार ने अधिसूचना जारी की थी
इससे पहले, सरकार ने निजी क्षेत्र के चौथे बड़े बैंक यस बैंक लिमिटेड के पुनर्गठन को लेकर अधिसूचना जारी की थी। इस अधिसूचना के जारी होने के बाद यस बैंक के ग्राहकों को बुधवार शाम 6 बजे से निकासी की छूट मिल सकती है। बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 के तहत यह अधिसूचना जारी की गई है। आरबीआई ने 6 मार्च को नकदी की कमी से जूझ रहे यस बैंक से पैसा निकालने की सीमा निर्धारित की थी। इसके तहत खाताधारक अभी तक एक महीने में अधिकतम 50 हजार रुपए ही निकाल सकते हैं।


