Publish Date:Sat, 20/June 2020
R24News : धनबाद पुलिस और सीमवर्ती पश्चिम बंगाल की पुलिस के साथ कोयला माफिया-तस्करों के गठजोड़ के राज तक पहुंचने के लिए सीआइडी पूरी कोशिश कर रही है। निरसा गांजा बरामदी केस में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के कोयला तस्कर राजीव राय को सीआइडी ने दो दिन के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ धनबाद के सीमावर्ती जिले बोकारो में ले जाकर की जा रही है। इस दाैरान राय ने सीआइडी को पुलिस और कोयला तस्करों के बीच गठजोड़ की महत्वपूर्व जानकारी दी है।
ईसीएलकर्मी चिरंजीत घोष को फंसाने के मामले के लिए निरसा थाना क्षेत्र में पुलिस ने 40 किलो गांजा बरामद करने की कहानी रची। गांजा बरामद करने के बाद चिरंजीत को जेल भेजा गया। इसी मामले की सीआइडी जांच कर रही है। अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार पुलिस और कोयला तस्करों ने मिलकर चिरंजीत को फंसाने की साजिश की। इस मामले में धनबाद के पूर्व एसएसपी किशोर काैशल की भूमिका की भी जांच हो रही है। प. बंगाल के पुलिस अधिकारी मिथुन डे की भूमिका भी जांच के दायरे में है। कोयला तस्कर राजीव का डे के साथ नजदीकी संबंध बताया जाता है। राजीव की निशानदेही पर सीआइडी बंगाल के कुछ अन्य कोयला कारोबारी से भी पूछताछ की तैयारी में जुटी है।
सीआइडी पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश में है कि कोयला सिंडिकेट में धनबाद व बंगाल के कौन-कौन तस्कर शामिल हैं। उनका पुलिस से किस तरह का गठजोड़ है। सीआइडी को पर्याप्त सबूतों की जरूरत पड़ेगी। इसके पूछताछ के माध्यम से ठोस जानकारी प्राप्त कर रही है। इस मामले में पूर्व एसएसपी किशोर कौशल सीआइडी के अनुसंधान के घेरे में पहले से हैं, पर एक बड़ी मछली जिसका नाम अब तक इस मामले में नहीं आया है। सीआइडी उसी नाम को खंगाल रही है। राजीव राय इस मामले की साजिश में एक प्यादा है, मोहरा चलनेवाला शख्स कौन है। सीआइडी अब उसे ढूढ़ रही है। ऐसे भी इस मामले में नीरज तिवारी, सुनील पासी तथा रवि ठाकुर को सीआइडी पहले ही जेल भेज चुकी है। राजीव राय का नाम आने के बाद उसे भी मामले में जेल भेजा गया था।


