Publish Date:Tue, 17/March2020
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भाजपा विधायकों ने लोहरदगा हिंसा मामले की न्यायिक जांच की मांग की
R24News : रांची/ झारखंड बजट सत्र की मंगलवार को कार्यवाही शुरू होने के पहले ही सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने लोहरदगा में सीएए के समर्थन में हुई रैली के दौरान हिंसा मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। भाजपा विधायकों का कहना है कि इस विषय पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया जाएगा। उन्होंने इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से कराने की मांग की। विधायकों ने दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की। विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल, अनुदान मांग पर सरकार का उत्तर व मतदान होना है।
माले विधायक विनोद सिंह ने झारखंड विधानसभा के लोगो की मांग की। वहीं हटिया से भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने ने कहा कि सड़क पर कुछ लोग सड़क पर बैठकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। रोड से आने जाने में मुश्किल हो रही है। उन्होंने बस के बारातियों पर कुछ लोगों ने हमला किया। उन्होंने आसन से आग्रह किया कि इस मामले की जांच करा लिया जाए।
अनंत ओझा ने कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया और कहा कि 23 जनवरी को लोहरदगा में शांतिपूर्ण जुलूस में उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया। कई लोगों पर प्रहार किया गया जिसमें एक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। उन्होंने पुलिस पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। ओझा के कार्यस्थन प्रस्ताव को अमान्य करार दिया गया जिसके बाद भाजपा के विधायक वेल में जाकर हंगामा करने लगे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान मांडर विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि सीएए-एनआरसी का वायरस कोरोना के वायरस से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है। भाजपा विधायकों ने सीएए-एनआरसी को लेकर सदन में हंगामा मचाया। उन्होंने इसे प्रोसिडिंग से हटाने की मांग की।
हंगामे के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष के सदस्य सदन में हंगामा करते हैं। वे क्या बोलते हैं, समझ में नहीं आता है। आग्रह है कि एक-एक कर वे अपने सवाल रखें, जिसका जवाब दिया जा सके। वे सदन का मछली बाजार न बनाएं।


