• राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
Monday, August 8, 2022
R 24 News
Advertisement
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle
No Result
View All Result
R 24 News
No Result
View All Result
Home झारखंड धनबाद

बड़ी रोचक है मनोज चाैधरी की कहानी, तोता बेचते-बेचते लगा माओवादियों के पैसे से उड़ने

बड़ी रोचक है मनोज चाैधरी की कहानी, तोता बेचते-बेचते लगा माओवादियों के पैसे से उड़ने
Share on FacebookShare on TwitterEmail
Share this on WhatsApp

Publish Date:Mon, 4/May 2020

R24News : गिरिडीह। एनआइए की गिरफ्त में आया मनोज चौधरी माओवादियों की कमाई से धनवान हो गया। गिरिडीह जिले के पीरटांड़ में भारती चलकरी गांव के चौधरी के पास कभी इतनी रकम भी नहीं थी कि वो ठीक से भोजन कर सके। उसकी जिंदगी का सफर तोता बेचने से शुरू हुआ था। वह ताड़ी भी बेचता था। इसके बाद मधुबन के पारसनाथ में जैन संस्थाओं के लिए ठेकेदारी का काम शुरू किया था।

ठेकेदारी के बाद मनोज चाैधरी ने धीरे-धीरे जमीन की दलाली शुरू कर दी। उसी दौरान मनोज के माओवादियों से रिश्ते बनते चले गए क्योंकि पारसनाथ की पहाडिय़ों पर माओवादियों का प्रभाव था। इतना यकीन हो गया था कि जोनल कमांडर अजय महतो, शिव दयाल महतो एवं पतिराम माझी समेत कई बड़े माओवादी लीडरों ने लेवी की रकम निवेश के लिए चौधरी को दी। उस रकम में मनोज को भी हिस्सा मिला। गिरिडीह पुलिस के साथ एनआइए अफसरों का प्रारंभिक अनुमान है कि चौधरी के मार्फत माओवादियों के 40 करोड़ रुपये अचल संपत्ति में लगाए गए। एनआइए ने गिरिडीह जिले में ऐसी कई अचल संपत्ति को जब्त किया है जो माओवादी लीडरों के पैसे से किसी और के नाम पर खरीदी गई है। मनोज के पास माओवादियों के और भी राज हैं।

90 के दशक में तोता व ताड़ी बेचने पर परिवार चलाना कठिन होने लगा तो चौधरी ने राज मिस्त्री का काम शुरू किया। किस्मत ने साथ दिया। मधुबन में देश भर के जैन संगठन धर्मशाला समेत कई तरह के निर्माण कार्य कराते रहते हैं। मनोज के पास कुछ और पैसे आ गये तो उसने मधुबन की जैन संस्थाओं के लिए ठेकेदारी शुरू की। उस वक्त मधुबन की पहाड़ी और जंगल में माओवादियों का बोलबाला था। उनकी मर्जी के बगैर पत्ता नहीं हिल सकता था। उसी दौरान मनोज ने मधुबन में जमीन की दलाली शुरू की। जल्द ही वो माओवादियों की निगाह में आ गया। माओवादियों के सामने मनोज को हाजिर होना पड़ा। उसके बाद मनोज ने माओवादियों का इस कदर दिल जीत लिया कि उन लोगों ने अपनी रकम उसे देने में संकोच नहीं किया। 2008 तक पुलिस को यकीन हो चला था कि मनोज एवं माओवादी एक दूसरे के लिए समर्पित हो चुके हैं। बता दें कि शनिवार को चौधरी को पश्चिम बंगाल के हुगली से दबोचा गया था।

अकबकीटांड़ कांड के बाद आया एनआइए के निशाने पर 

छह मार्च 2018 को गिरिडीह के तत्कालीन एसपी सुरेंद्र झा एवं एएसपी (अभियान) दीपक कुमार के नेतृत्व में पुलिस एवं सीआरपीएफ ने भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी मेंबर (सैक) सुनील मांझी समेत 15 दुर्दांत माओवादियों को डुमरी थाना के अकबकीटांड़ से हथियारों के जखीरे के साथ दबोचा था। वहां कई दस्तावेज मिले थे। उसमें मनोज का नाम माओवादी कमांडरों के निवेशक के नाते दर्ज था। पुलिस ने उसे भी आरोपित किया। 9 मई 2018 को यह मामला एनआइए के हवाले कर दिया गया। एनआइए ने दो आरोप पत्र दाखिल किए जिसमें मनोज का भी नाम था। गहन अनुसंधान के बाद गिरिडीह शहर एवं मधुबन में ऐसी कई चल अचल संपत्ति को जब्त किया गया जिनमें माओवादियों का पैसा लगा होने का संदेह है।

मनोज को रिमांड पर लेने की तैयारी में गिरिडीह पुलिस भी

अदालत के आदेश पर रिमांड पर लेकर एनआइए के अधिकारी मनोज से रांची में पूछताछ कर रहे हैं। माओवादियों की लेवी की रकम को निवेश करने का एक और आरोपी झरी महतो रांची जेल में है। संभावना है कि चौधरी एवं झरी को आमने-सामने बैठाकर एनआइए अफसर पूछताछ कर सकते हैं। एनआइए यह जानने की कोशिश में हैं कि चौधरी ने किन-किन माओवादी लीडरों की रकम निवेश की है। इसी बीच गिरिडीह पुलिस ने भी चौधरी को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू की है। उसके खिलाफ गिरिडीह जिले में और भी मुकदमे विचाराधीन हैं।

Share this on WhatsApp
Tags: Corona VirusDHANBADINDIAjharkhandLOCKDOWNR24 News
Previous Post

उपायुक्त ने मुखियाओं से कहा, बाहर से आने वाले छात्र व मजदूरों का करें स्वागत

Next Post

रेलवे ने कहा- प्रवासी मजदूरों को कोई टिकट नहीं बेचा, राज्य सरकारों से वसूला केवल मानक किराया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

R 24 News

© 2019 R 24 News. Developed By Logix Techno

Navigate Site

  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • दुनिया
  • झारखंड
    • धनबाद
  • बिहार
  • बंगाल
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राशिफल
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक न्यूज़
  • जॉब्‍स/एजुकेशन
  • Lifestyle

© 2019 R 24 News. Developed By Logix Techno

Login to your account below

Forgotten Password?

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In