Publish Date:Wed, 27/May 2020
R24News : बोकारो के उपायुक्त मुकेश कुमार ने धनबाद के अलावा देवघर व गिरिडीह जिले के वैसे होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति रद कर दी है, जो लॉकडाउन में यहां ड्यूटी बजा रहे थे। तीनों जिलों से बीएसएल, कोल ब्लॉक पर्वतपुर व अन्य संस्थानों में जवान ड्यूटी कर रहे थे। जवानों की प्रतिनियुक्ति रद करते हुए डीसी ने कहा कि जब बोकारो में होमगार्ड के जवान पर्याप्त संख्या में मौजूद हैं तो दूसरे जिलों के जवानों से सेवा लेने का कोई औचित्य नहीं है। धनबाद, गिरिडीह व देवघर जिले से जवानों की प्रतिनियुक्ति गलत है।
उपायुक्त ने कहा है कि अगर बोकारो में अन्य जिलों से गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति करना है तो पहले आदेश लेना होगा। संबंधित जिले के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी की स्वीकृति व आदेश के बाद ही दूसरे जिलों के जवानों को प्रतिनियुक्त करना सरकारी प्रावधान है। डीसी ने कहा कि जिला समादेष्टा, धनबाद, देवघर व गिरिडीह द्वारा विभागीय नियमों के प्रतिकूल एक गलत परिपाटी का प्रचलन है। अन्य जिले के होमगार्ड जवानों की प्रतिनियुक्ति बिना आदेश का करना गलत है। कहा कि अगर गृहरक्षकों के साथ कोई अप्रिय घटना-दुर्घटना होती है तो जिला प्रशासन व होमगार्ड विभाग को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
उपायुक्त के निर्णय से एसोसिएशन नाराज
बोकारो जिले में तैनात धनबाद के 50 होमगार्ड जवानों को हटाने का आदेश हुआ है। इससे जवानों में नाराजगी है। जवानों ने बोकारो उपायुक्त के इस आदेश का विरोध करना शुरू कर दिया है। जवान गोलबंद हो रहे हैं। जवान राज्य के मंत्री जगरनाथ महतो से भेंट कर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से मिलने की योजना बनाई है। इसके लिए मंत्री से संपर्क किया जा रहा है। होमगार्ड जवानों को ड्यूटी के आधार पर ही वेतन भुगतान होता है। यदि उन्हें ड्यूटी नहीं मिलती है तो उन्हें वेतन भी नहीं मिलेगा। एसोसिएशन अध्यक्ष रवि मुखर्जी ने कहा कि एक ओर सरकार के सामने प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की चुनौती है तो दूसरी ओर होमगार्ड जवानों से काम छीना जा रहा है। बोकारो उपायुक्त के इस आदेश का विरोध होगा।


