R24News :नॉवेल कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी को लेकर बनाए गए अस्पतालों को अब बंद करने का फैसला लिया है। दरअसल, देश के एपिसेंटर वुहान ने रविवार को अंतिम मरीज के स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया और 16 टेंपररी अस्पतालों को बंद कर दिया।
चीन में महामारी का केंद्र रहे वुहान शहर के अस्पताल से अंतिम संक्रमित मरीज को स्वस्थ होने के बाद रविवार को डिस्चार्ज किया और यहां खुले सभी टेंपररी (अस्थायी) अस्पतालों को बंद कर दिया गया। इसके बाद ही बीजिंग ने भी फैसला किया कि तमाम अस्थायी अस्पतालों को बंद कर दिया जाए। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि चीन में संक्रमण के 6 नए मामले सामने आए और 40 ऐसे मामले हैं जिनमें लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं।
बीजिंग में शियाटांगशान अस्पताल (Xiaotangshan Hospital) का इस्तेमाल वर्ष 2003 में सार्स (SARS) संक्रमित मरीजों के क्वारंटाइन के लिए किया गया था। मंगलवार को इस अस्पताल से सभी मरीजों के स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया और बुधवार से इस अस्पताल को बंद करने का फैसला लिया गया है। ये टेंपररी अस्पताल शहर के उत्तरी इलाके में हैं जिनमें महामारी के लिए स्क्रीनिंग से लेकर तमाम सुविधाएं मौजूद थीं।
बीजिंग में 593 संक्रमण के मामले थे जिनमें से 9 लोगों की मौत हुई थी। अधिकारियों के अनुसार 536 मरीज ईलाज के बाद स्वस्थ होकर वापस घर गए। चीन में इस संक्रमण के कारण कुल मरने वालों की संख्या 4,633 है। इस बीच देश के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि मंगलवार को कोविड-19 के 6 नए मामले आए जिनमें से 3 इंपोर्टेड हैं यानि दूसरे देशों से आए हैं।
हुबेई प्रांत में 599 स्पर्शोन्मुख (asymptomatic) मामले थे जो मेडिकल ऑब्जर्वेशन के तहत रखे गए थे। स्पर्शोन्मुख मामले उन लोगों को संदर्भित करते हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित होते हैं लेकिन उनमें बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। साथ ही, वह दूसरों को तेजी से यह वायरस फैलाते हैं।