Publish Date:Thu, 7/May 2020
R24News : रांची। झारखंड आंदोलनकारी सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता आजम अहमद ने कहा कि जहां कोरोनावायरस बीमारी देश की 135 करोड़ आबादी देश में सभी लोग देश के प्रधानमंत्री के द्वारा लगाए गए जनता कर्फ्यू को स्वीकारते हुए अपने छोटे बड़े रोजगार को बंद कर जनता कर्फ्यू में शामिल हो गये यहां तक की बीमारी का प्रकोप आगे का रूप ना ले l
उन्होंने कहा कि मंदिर , मस्जिद , गुरुद्वारा तक हर धर्म के लोग प्रधानमंत्री की आश्वस्त कर घरों में इबादत करने के लिए बाध्य हो गए ताकि यह महामारी बीमारी फैल ना सके l
आजम अहमद ने आगे कहा कि जो देश आस्थाओं से जुड़ा हुआ है जहां पर सैकड़ों धर्म के लोग इस बीमारी को आगे फैल ना सके इसलिए घरों में रहकर कोरोना हराओ देश बचाओ के साथ प्रधानमंत्री द्वारा जनता कर्फ्यू में शामिल हो गए , लेकिन इस आस्थाओं के देश में जहां इबादत गाह बंद हो गए और सरकार द्वारा हानिकारक पदार्थ जैसे शराब गुटखा बीड़ी सिगरेट आदि नशे की दुकान खुलवा कर यह साबित कर रहे हैं की इबादत से भी ज्यादा नशे की चीज बेचकर और भीड़ लगाकर कोरोना की बीमारी को रोका जा सकता हैl
यह सोच देश के हित में नहीं है l आजम अहमद ने केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि किसी भी हालत में जब तक इस देश से कोरोनावायरस बीमारी खत्म नहीं हो जाए तब तक ऐसे नशे की चीज पदार्थ बेचने के लिए बंद किया जाए l


