Publish Date:Tue, 17/March2020
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आईपीएस, उनकी पत्नी और एम्स की मेडिकल छात्रा की जांच रिपोर्ट निगेटिव
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पीएमसीएच में रोजाना दोपहर 2 से 3 बजे के बीच होगा कोरोना का सैंपल कलेक्शन
R24News : पटना/ विदेश से आए 200 यात्रियों की सोमवार को पटना एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई। इनमें दो संदिग्ध मिले। इन्हें पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इनका सैंपल जांच के लिए मंगलवार को आरएमआरआई भेजा जाएगा। बाकी 198 यात्रियों को घर में 14 दिन तक आइसोलेट होकर रहने की सलाह दी गई है। रविवार को विदेश से आए 80 यात्रियों की स्क्रीनिंग हुई थी, जिनमें दो संदिग्ध मरीज मिले थे। रोहतास के नारायणा मेडिकल काॅलेज की एक छात्रा को भी पीएमसीएच में भर्ती किया गया है। वह सेंट्रल इमरजेंसी में आई थी। चिकित्सकों ने उसकी स्क्रीनिंग की। लक्षण मिलने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। जहां मंगलवार को उसका सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई भेजा जाएगा। सोमवार को पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में चार संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं।
अब तक सबकी रिपोर्ट निगेटिव, 2 और का सैंपल भेजा गया
पीएमसीएच में पहले से भर्ती झारखंड के आईपीएस और उनकी पत्नी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सिविल सर्जन डॉ. आरके चौधरी ने कहा कि जिन यात्रियों में लक्षण नहीं मिला है, उनमें यदि 14 दिन के अंदर लक्षण मिलते हैं, तो उन्हें आइसोलेशन में रखकर जांच कराई जाएगी। पटना एम्स के अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि कोरोना की संदिग्ध मेडिकल छात्रा की भी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोना वायरस के स्टेट नोडल अफसर और पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. मदनपाल सिंह ने बताया कि जिन चार संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। सोमवार को अररिया की बिट्टू कुमारी और पीएमसीएच की नर्स चंदा कुमारी का सैंपल आरएमआरआई भेजा गया है।
आइसोलेशन वार्ड फुल
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों का अब प्रतिदिन दोपहर 2 से 3 बजे के बीच सैंपल कलेक्शन किया जाएगा। दोपहर दो बजे के बाद जो आएंगे उनका सैंपल दूसरे दिन भेजा जाएगा। बार-बार कलेक्शन करने के किट अधिक खर्च होता है। पर्सनल प्रोटेक्शन किट का इस्तेमाल एक बार ही किया जाता है। पीएमसीएच में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए बना आइसोलेशन वार्ड फुल हो गया है। इसके लिए एक फ्लोर का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक फ्लोर पर नौ कमरे हैं। अब नए संदिग्ध मरीज आते हैं तो उनके लिए अलग व्यवस्था करनी होगी या फिर पहले से भर्ती मरीज जिनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ने पर कॉटेज में ही बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
एनएमसीएच में भर्ती संदिग्ध की रिपोर्ट निगेटिव, नया नहीं आया
एनएमसीएच स्थित संक्रामक रोग अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई। एनएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के हेड डाॅ. एचएल महतो ने बताया कि उक्त युवक काे रविवार को भर्ती कराया गया था। वह पटना के वाचस्पतिनगर में रहता है। एमआइटी, पुणे का छात्र है। वहीं से लौटा है। उन्होंने बताया कि अबतक सात मरीजों को भर्ती किया गया। सबों की रिपोर्ट निगेटिव रही। सोमवार को एक भी संदिग्ध मरीज भर्ती नहीं हुआ। इधर, आरएमआरआई से मिली जानकारी के अनुसार अबतक विभिन्न जिलों से आए 33 सैंपल की जांच की गई, जिनमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।
मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने की उड़ी अफवाह
पटना में सोमवार को दोपहर से ही कोरोना वायरस का एक पॉजिटिव मरीज मिलने की अफवाह का बाजार गर्म रहा। अफवाह उड़ी कि एम्स में भर्ती मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है। शाम को अफवाह उड़ाई गई कि आईपीएस दंपती की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। सिविल सर्जन, कोरोना के स्टेट नोडल ऑफिसर, पटना एम्स प्रशासन और पीएमसीएच के अधीक्षक ने इसका खंडन किया। बताया कि अभी तक जितने सैंपलों की जांच हुई सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। चिकित्सकों का कहना है कि अफवाहों पर ध्यान दें।
आईजीआईएमएस में 40 बेड का आइसोलेशन वार्ड
आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों के लिए पावर ग्रिड द्वारा निर्मित धर्मशाला के एक फ्लोर को आसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया जाएगा। इसमें 40 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा दो बेड की आईसीयू वेंटिलेटर के साथ सुरक्षित रखी गई है। हालांकि अभी तक एक भी मरीज भर्ती होने के लिए नहीं आया है।


