Publish Date:Sat, 21/March2020
R24News : पाकुड़ । साइबर अपराधी 4G की स्पीड से ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं। एक तरफ फरेब की नई-नई तकनीक का इस्तेमाल पर बैंक उपभोक्ताओं को ठग रहे हैं। एक तरफ कॉल समाप्त होता है और दूसरी तरफ बैंक एकाउंट से पैसा गायब। अब जरा पुलिसिया अनुसंधान की गति भी देख लीजिए। कहने को तो ऑनलाइन FIR लेकिन दो-दो महीने बाद दर्ज होती है। ऐसा ही एक मामला पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना का है।पलसा गांव की माईसूबा खातुन से कार देने के नाम पर साइबर अपराधी ने 54650 रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली। पीड़िता ने महेशपुर थाना में शुक्रवार को मामला दर्ज कराई है। घटना 13 जनवरी की है। पीड़िता ने 14 जनवरी को ही ऑनलाइन शिकायत की थी। परंतु किसी प्रकार की कार्रवाई नही होने पर दो माह बाद शुक्रवार को मामला दर्ज कराई है।
पीड़िता ने बताया कि 13 जनवरी 2020 को उसके मोबाइल पर मोबाइल नंबर 9525839008 व 9576526566 से बारी-बारी से फोन आया। फोन पर बोला गया कि स्नैपडील ऑनलाइन लकी ड्रॉ के तहत आपको प्रथम पुरस्कार के रूप में कार मिला है। कार देने के लिए पीड़िता से उसका आधार कार्ड संख्या, एटीएम संख्या व बैंक का खाता संख्या मांगा। पीड़िता ने देने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुनः फोन के साइबर अपराधी ने अपना बैंक खाता संख्या 35152648460 देकर कार का रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस तथा वारंटी के लिए रुपये भेजने के लिए कहा। इसके बाद पीड़िता उसके झांसे में आ गई।
पीड़िता ने गूगल पेमेंट एप्स से पहली बार 7500, दूसरी बार 18900, तीसरी बार 25250 तथा चौथी बार में 3000 रुपये उक्त बैंक खाता में भेज दिया। कुछ देर बाद पीड़िता ने जब उस व्यक्ति से कार की मांग की तो उन्होंने कार नही देने की बात कहकर धमकी दी। पीड़िता को जब पता चला कि वह ठगी गयी है तो उन्होंने 14 जनवरी 2020 को ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज कराई। कोई कार्रवाई नही होने पर पीड़िता ने शुक्रवार को रदीपुर थाना में मामला दर्ज कराई। थाना प्रभारी उमाशंकर सिंह ने बताया कि पीड़िता ने शुक्रवार को मामला दर्ज कराई है। जांच की जा रही है।


