Publish Date:Sun, 15/March2020
R24News : कोरोना वायरस का असर स्कूल, कॉलेज, बाजार, खेल के मैदान ही नहीं एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका कोलकाता के सोनागाछी पर भी पड़ा है। दिनरात हर समय गुलजार रहने वाला उत्तर कोलकाता का सोनागाछी इस समय वीरान है। पिछले कई दिनों से सज संवर कर सेक्सवर्क सड़क किनारे खड़ी हो रही हैं लेकिन एक्का, दुक्का ग्राहक ही आ रहे हैं। लगातार ग्राहकों की संख्या कम होने से सेक्सवर्क काफी परेशान हैं।
इसके मद्देजनर सेक्सवर्करों के संगठन ने इस समस्या से निपटने के लिए जल्द ही जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार रात दुर्गाचरण स्ट्रीट, मस्जिद बाड़ी लेन, सेठबागान व आसपास की तंग गलियों में फैले रेड लाइट इलाके में यौनकर्मियों की संख्या नगण्य दिखी। वहीं चितरंजन एवेन्यू पर शाम ढलते ही जुटने वाली भीड़ भी नदारद थी।
ग्राहकों की कमी का कारण पूछने पर सेक्सवर्करों का कहना है कि स्थिति बहुत दयनीय हो चुकी है ग्राहक नहीं मिल रहे हैं। ऐसी हालत तो नोटबंदी के समय भी नहीं हुई। ऐसा क्यों हो रहा है यह पूछने पर उसने बताया कि कोई रोग फैल रहा है। जिसके कारण लोग इधर आना बंद दिया है। ऐसा ही चलता रहा तो हमलोगों के लिए पेट भरना भी मुश्किल हो जाएगा। कहा जाता है कि इस इलाके में 25 हजार से ज्यादा सेक्सवर्कर धंधा करती हैं। इनमें से आधे तो महानगर के आसपास के इलाकों से आती हैं और धंधा कर चली जाती है। क्योंकि, इन लोगों का सोनागाछी इलाके में अपना ठिकाना नहीं है।
सेक्सवर्करों के संगठन दुर्बार महिला समन्वय समिति की अध्यक्ष विशाखा लश्कर के मुताबिक आगंतुकों की कमी के कारण पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है। रास्ते पर खड़ी रहने वाली यौनकर्मियों की संख्या 90 से 95 फीसदी कम हो गई है। पूछने पर कहा जा रहा है कि कोई रोग फैल रहा है। इसलिए लोग नहीं आ रहे। हालांकि इलाके में कोरोना वायरस से बचने के लिए राज्य सरकार ने प्रचार अभियान शुरू किया है। लेकिन यौनकर्मियों में जागरुकता का अभाव है। यौनकर्मियों की जांच के लिए क्लिीनिक भी है। जहां उनकी नियमित जांच होती है। संगठन सोमवार से इलाके में कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान शुरू करेगा। इससे पहले संक्रामक रोग एड्स की जागरूकता व नियंत्रण के उपायों को लेकर सोनागाछी की यौनकर्मियों की काफी सराहना भी हो चुकी है।


