Publish Date:Wed, 25/March2020
R24News : धनबाद । उपायुक्त अमित कुमार ने धनबाद की जनता को आश्वस्त किया है, यकीन रखिए, कोरोना से बचाव का यहां पूरा इंतजाम है। गांवों तक क्वारंटाइन कक्ष बनाए जाएंगे ताकि किसी गरीब को इलाज में दिक्कत नहीं हो।
कोरोना पीड़ितों को चिह्नित करने के लिए क्या किया गया है?
डीसी अमित कुमार : धनबाद में कोरोना के वायरस बाहर से आ सकते हैं। इसलिए गांवों में भी विदेश या देश के दूसरे राज्यों से आए लोगों की पहचान की जा रही है। इसमें वार्ड सदस्य, सरकारी शिक्षक, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका को लगाया गया है। पंचायत स्तर पर मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जन सेवक, एएनएम एवं पंचायत स्तरीय समिति के सदस्यों को यह जवाबदेही मिली है। प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तर पर ऐसी समिति बनी है।
सवाल : अभी तक धनबाद में बाहर से आए कितने लोग चिह्नित हुए हैं?
डीसी अमित कुमार : 1410 लोग। सभी को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। गांव से शहर तक सहिया के जरिए ऐसे लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। सूखी खांसी, लगातार बुखार, गले में खरास, सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत जांच करने को कहा गया है।
सवाल : धनबाद में जांच का इंतजाम है या नहीं?
डीसी अमित कुमार : रांची के रिम्स और जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में कोरोना जांच की प्रयोगशाला है। किसी में कोरोना के लक्षण दिखेंगे तो उसे पीएमसीएच लाकर खून और कफ के नमूने लिए जायेंगे। दो दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी।
सवाल : कोरोना पीड़ित के लिए क्वारंटाइन कक्ष की उपलब्धता चुनौती है या नहीं?
डीसी अमित कुमार : पीएमसीएच, सेंट्रल अस्पताल, रेलवे अस्पताल के अलावा 16 निजी अस्पतालों में क्वारंटाइन कक्ष बनाए गए हैं। 135 आइसीयू बेड हैं। 48 क्रिटिकल केयर यूनिट हैं। 38 वेंटीलेटर यूनिट बेड अभी उपलब्ध है। डॉक्टरों की कमी की समस्या पहले से है। लोग ओपीडी में न आएं।
सवाल : गांवों में कोरोना पीड़ित मिलते है तो?
डीसी अमित कुमार : गरीब परिवार होम क्वारंटाइन शायद समझ भी नहीं सकते। प्रखंड स्तर पर 15 और पंचायत स्तर पर पांच-पांच बेड के क्वारंटाइन कक्ष बनाने के लिए भवन देखा जा रहा है।
सवाल : लोगों को समस्या हो तो क्या करें?
डीसी अमित कुमार : जिला नियंत्रण कक्ष बना है। पहले दिन 400 कॉल आए। सारी सूचनाएं सूचीबद्ध हो रही हैं। संबंधित अफसर को तत्काल सूचना के निष्पादन की जवाबदेही दी जा रही है। कोई भी दिक्कत है तो लोग 0326-2311217 एवं 2311107 पर कॉल करें।
अखबार पर यकीन करें, नहीं रोका जाएगा हॉकरों को : उपायुक्त ने कहा कि अखबार समेत और मीडिया कई नियम-कायदे के दायरे में हैं। वहां से जो सूचनाएं आएंगी, वे विश्वस्त होंगी। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाह से कतई भ्रमित नहीं हो। अखबार के वितरकों (कर्मयोगी) को कतई रोका नहीं जाएगा। उन्हें कोई तंग नहीं करेगा।
लॉकडाउन के दौरान नहीं होगी खाने-पीने के सामान की दिक्कत : उपायुक्त ने कहा- साफ आदेश है कि खाने-पीने के सामान की दुकानों पर कोई रोक नहीं होगी। एक की जगह दस किलो सामान लेने का मतलब नहीं है। मंडी में खाद्य पदार्थ आएंगे। खुदरा विक्रेताओं को कहा गया है कि होम डिलीवरी की व्यवस्था करें।


