Publish Date:Sat, 2/May 2020
R24News : MS Dhoni वनडे वर्ल्ड कप के बाद से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं और उन्हें 9 महीने हो गए हैं तब से लेकर अब तक एक भी मैच खेले हुए। उनके फैंस इस बात का इंतजार कर रहे थे कि इतने लंबे अंतराल के बाद माही आइपीएल के जरिए एक बार फिर से मैदान पर अपना दम दिखाते नजर आएंगे, लेकिन कोविड 19 महामारी की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। ये भी कयास लगाए जा रहे थे कि आइपीेल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर वो टी20 विश्व कप टीम में वापसी भी कर सकते हैं।
अगर माही का टीम इंडिया में वापसी करने का ये प्लान था तो फिलहाल के लिए इस प्लान पर कोविड 19 महामारी के पानी फेर दिया है। टीम इंडिया के पूर्व चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद भी धौनी की वापसी का इंतजार कर रहे थे। इसके पीछे दो वजह थी। एक तो ये कि दूसरों की तरह से प्रसाद भी धौनी का जलवा मैदान पर देखना चाहते थे और दूसरी वजह से है कि केएल राहुल जब विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं तो ऐसी परिस्थिति में वो किस तरह से खुद को एक मुश्किल स्थिति से निकाल पाएंगे।
प्रसाद ने कहा कि लिमिटेड ओवर के क्रिकेट में राहुल काफी अच्छा कर रहे हैं और न्यूजीलैंड में उनका प्रदर्शन कमाल का रहा। उन्होंने कहा कि अगर ये आइपीएल होता है तो ये काफी अच्छा होगा। हम माही के जलवे को फिर से देख पाएंगे, लेकिन उनके लिए ये एक मुश्किल स्थिति होगी। एमएसके प्रसाद की जगह हाल ही में सुनील जोशी ने ली थी। उन्होंने कहा कि धौनी 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद खुद ही नहीं खेलना चाहते थे।
प्रसाद ने कहा कि मैं ये बात साफ करना चाहता हूं कि हमारे बीच बातचीत हुई थी और माही कुछ वक्त के लिए नहीं खेलना चाहते थे। उनके मना करने के बाद ही हमने रिषभ पंत का रुख किया और उन्हें सपोर्ट करना शुरू किया। उन्होंने केएल राहुली की तारीफ करते हुए कहा कि उनके लिए विकेटकीपिंग कोई नई बात नहीं है। रणजी ट्रॉफी मैचो और विजय हजारे ट्रॉफी के मुकाबलों में उन्होंने ये रोल अपनी टीम के लिए निभाया है। प्रसाद ने कहा कि विकेट के पीछे केएल राहुल का कौशल सराहनीय है और हो सकता है कि वह इस भूमिका को लेने के बारे में सोच रहे हों और इस पर मेहनत कर रहे हों।
एमएसके प्रसाद ने कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में उनके पास जो भी मौके थे, उन्होंने उसे पूर्णता के साथ निभाया और निश्चित रूप से वह हमारे शीर्ष दावेदार होंगे। हालांकि राहुल ने कहा था कि विकेट के पीछे धौनी की जगह लेना काफी मुश्किल है क्योंकि इसमें लोगों को विकेट के पीछे धौनी के अलावा किसी और को स्वीकार करना भी शामिल है।


