Date:Fri, 31 Jan 2020
चाईबासा R24 News: गुलीकेरा नरसंहार मामले में मृतकों के दर्जनों परिजन पंचायत भवन में बने पुलिस कैंप पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि पत्थलगड़ी समर्थक और हत्याकांड के आरोपियों के पक्ष के लोग केस वापस लेने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने धमकी देने वालाें के नाम भी बताए और पुलिस से सुरक्षा की मांग की। मामले में कई और भी आरोपी हैं जो अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। घटना के बाद से ही मरने वालों के परिजन भय के माहौल में हैं। मामले में पुलिस ने 14 नामजद और अन्य 200 लोगों पर मामला दर्ज किया था। पुलिस अब तक 17 लोगों को जेल भेज चुकी है।
- पुलिस से सुरक्षा की मांग की, पीड़ितों ने धमकी देने वालों के नाम भी बताए
- मामले में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी पुलिस, कई गिरफ्त से बाहर
इधर, पुलिस का दावा… ग्रामसभा के बाद भागे युवकों ने पत्थलगड़ी समर्थकों के घर पर किया था तोड़फोड़
बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को हुए ग्रामसभा से माैत की सजा मिलने के बाद भागे दाेनाें युवकाे काे पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार काे जेल भेज दिया। पुलिस ने दावा किया कि पूछताछ के क्रम में सुकवा मुंडा(26) और गुसरु बूढ़(25) ने बताया कि वे पत्थलगड़ी समर्थकाें के घराें में ताेड़-फाेड़ की घटना में शामिल थे। ग्रामसभा में सजा-ए-मौत के फैसले के बाद वे भाग गए थे। दोनों को पुलिस ने मंगलवार काे बुरुगुलीकेरा से ही गिरफ्तार किया।
22 जनवरी को जंगल के रास्ते सिर कटी लाशें कंधे पर ले जाती सीआरपीफ 60 बटालियन। -फाइल।
बता दें कि 22 जनवरी को पुलिस ने नरसंहार के बाद दो मामले दर्ज किए थे। इधर, 16 जनवरी की रात से गायब लोदरो बूढ़ और रोशन बरजो को खोजने के लिए इश्तेहार जारी किए गए है।
19 जनवरी को की गई थी उपमुखिया समेत सात की हत्या
बुरूगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी रविवार को पत्थलगड़ी समर्थकों ने ग्रामसभा कर पत्थलगड़ी विरोधी उपमुखिया जेम्स बूढ़ समेत सात ग्रामीणों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद गांव के पास जंगल में ले जाकर सातों का गला काटकर सिर धड़ से अलग कर फेंक दिया था। पुलिस ने 22 जनवरी को सातों शवों को बरामद कर इस मामले में पूर्व मुखिया पति राणसी बूढ़, जितेंद्र बूढ़ और कोंजे बूढ़ को हिरासत में ले लिया था। इन तीनों आरोपियों और मृतक के परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने शुक्रवार को 12 जबकि रविवार को तीन अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था। सभी अभियुक्तों के खिलाफ गुदड़ी थाना में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।