Publish Date:Tue, 18/Feb2020
-
इससे पहले भी उन्हें 2009 में ‘खुदा जाने…’ और 2010 में ‘मुड़ी-मुड़ी…’ गाने के लिए नोमिनेशन की गई थी
-
शिल्पा के पिता एस वेंकट राव जमशेदपुर में टाटा मोटर्स में एजीएम थे और मां शामला झारखंड इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में
R24News : रांची/ फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ गायक-गायिका के जिस अवॉर्ड को देने के लिए सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने 1958 में आंदोलन किया था, उसी सबसे पुराने फिल्म अवॉर्ड ‘फिल्मफेयर’ के 65वें वर्ष में झारखंड की शिल्पा राव को फिल्म ‘वॉर’ के गाने घुंघरू…के लिए सर्वश्रेष्ठ गायिका का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला है। इससे पहले भी उन्हें 2009 में ‘खुदा जाने…’ और 2010 में ‘मुड़ी-मुड़ी…’ गाने के लिए नोमिनेशन मिला था, लेकिन वे अवॉर्ड से वंचित रह गई थीं। झारखंड की वे एकमात्र गायिका हैं, जिन्हें यह अवॉर्ड मिला। 13 साल लंबे बॉलीवुड करियर में इस अवॉर्ड को वे अपने माता-पिता को समर्पित करती हैं। शिल्पा के पिता एस वेंकट राव जमशेदपुर में टाटा मोटर्स में एजीएम थे और मां शामला झारखंड इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में। अवॉर्ड जीतने के बाद उन्होंने भास्कर से बातचीत की।
वॉर फिल्म के घुंघरू टूट गये… गाने के लिए मिला यह अवॉर्ड
पिछले साल फिल्म ‘वॉर’ के लिए घुंघरू… गाना रिकॉर्ड किया था। निर्देशक सिद्धार्थ आनंद के साथ यह मेरी चौथी फिल्म है। फिल्म के संगीतकार विशाल-शेखर ने इसे बिल्कुल अलग अंदाज में फंक जॉनरा में कंपोज किया, जिसमें रॉक, जैज और रिदम खास होता है, यह जॉनरा मेरा पसंदीदा है। इससे पहले भी ‘बचना ए हसीनों’ के गाने खुदा जाने… के लिए मुझे स्क्रीन अवॉर्ड मिला था।
इम्तियाज की फिल्म ‘लव आज कल 2’ में गाना यादगार
मैं और इम्तियाज अली दोनों जमशेदपुर के रहने वाले हैं। जब संगीतकार प्रीतम का बुलावा फिल्म ‘लव आज कल-2’ रिलीज के दो दिनों पहले आया, तो मैं बहुत खुश हुई। इसी हफ्ते रिलीज हुई इस फिल्म का गाना ‘हां तुम हो…’ को लोग काफी पसंद कर रहे हैं।
खुश हूं कि 13 साल बाद ही सही, यह मुकाम मिला
बचपन से मेरे घर में संगीत का माहौल था। पिताजी मुझे गाना सिखाते थे। जमशेदपुर के लिटिल फ्लावर स्कूल और लोयोला स्कूल से पढ़ाई के बाद मुंबई गई, जहां मुंबई यूनिवर्सिटी से सांख्यिकी में स्नातकोत्तर किया। साथ ही लाइव शो करने लगी और विज्ञापन फिल्मों के लिए जिंगल भी गाने लगी। 2007 में पहली बार फिल्म ‘अनवर’ के लिए तोसे नैना लागे…गाया, जो काफी मशहूर हुआ। फिर फिल्मों के लिए गाने लगी। बॉलीवुड में सबका सपना होता है कि उसे फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले। आज उस कैटेगरी में पहुंच कर बहुत खुश हूं, गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।
सालभर में घर जरूर आती हूं: शिल्पा
शिल्पा राव ने कहा- कितना भी बिजी रहूं, साल में एक बार घर आती ही हूं। अक्सर कॉन्सर्ट के लिए रांची आना होता है, वहां से जमशेदपुर जरूर जाती हूं।


