Publish Date:Tue, 18/Feb2020
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सीबीआई चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी हुई है, ऐसे में वह पूछताछ की प्रक्रिया जल्द समाप्त करना चाहती है
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सीबीआई को जांच के दौरान अब तक मिले साक्ष्य बता रहे हैं कि बकोरिया कांड में वरीय पुलिस अफसरों ने लापरवाही बरती है
R24News : रांची/ पलामू के बकाेरिया कांड में राज्य के पूर्व डीजीपी डीके पांडेय समेत सात पुलिस अफसरों से सीबीआई पूछताछ करेगी। इसे लेकर जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा। जिन अफसरों से सीबीआई दिल्ली की विशेष टीम पूछताछ करेगी, उनमें पूर्व डीजीपी के अलावा एडीजी अनुराग गुप्ता, तत्कालीन अाईजी ए नटराजन, तत्कालीन डीअाईजी हेमंत टाेप्पाे, तत्कालीन काेबरा बटालियन के कमांडेंट कमलेश कुमार, तत्कालीन एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल, लातेहार के तत्कालीन एसपी अजय लिंडा शामिल हैं। सीबीआई चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी हुई है, ऐसे में वह पूछताछ की प्रक्रिया जल्द समाप्त करना चाहती है।
सीबीआई को जांच के दौरान अब तक मिले साक्ष्य बता रहे हैं कि बकोरिया कांड में वरीय पुलिस अफसरों ने लापरवाही बरती है। घटना के मारे गए मृतकों की पहचान किए बिना अफसरों ने सबको नक्सली घोषित कर दिया। सतबरवा के बकाेरिया में 8 जून 2015 काे नक्सली अनुराग समेत 12 लोगों को पुलिस ने कथित मुठभेड़ में मार गिराया था। मृतकों में दो नाबालिग भी शामिल थे।
मृतक के परिजनों का बयान नहीं लिया
सीबीआई पूछताछ में सरकारी गवाहों ने बताया है कि कथित मुठभेड़ में मारे गए लोगों में सिर्फ एक डॉ. आरके उर्फ अनुराग के नक्सली होने का ही रिकॉर्ड पुलिस के पास उपलब्ध था, लेकिन वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों ने बिना पहचान किए ही सभी मृतकाें काे नक्सली घाेषित कर दिया। मामले की जांच कर रही सीआईडी ने भी सीनियर अफसरों के निर्देश पर पूरे तथ्यों की जांच नहीं की। न मृतकों के परिजनों से पूछताछ की और न ही घटना के समय पदस्थापित पुलिस अफसरों के बयान दर्ज किए।


