Publish Date:Fri, 14/Feb2020
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ईसीएल मुगमा क्षेत्र की कापासारा ओसीपी में 16 दिन बाद अवैध खनन के दौरान फिर हादसा
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28 जनवरी को भी कापासारा ओसीपी में अवैध खनन के दौरान तीन लोगों की मौत हुई थी
R24News : निरसा (धनबाद)/ ईसीएल मुगमा क्षेत्र की कापासारा ओसीपी में 16 दिन बाद अवैध खनन के दौरान फिर हादसा हुआ। अवैध खनन के दाैरान चाल धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए। मृतकों के शवों और घायलों को उनके साथी अपने साथ ले गए हैं। मृतकों में चुरईनाला, बेलचढ़ी व जामताड़ा के तीन मजदूर हैं, जबकि घायल ओसीपी के आसपास के रहने वाले बताए जाते हैं। परिजन गुपचुप तरीके से घायलों का इलाज करा रहे हैं। 28 जनवरी को भी कापासारा ओसीपी में अवैध खनन के दौरान तीन लोगों की मौत हुई थी।
अवैध खनन के लिए 13 बड़े मुहाने
कापासारा ओसीपी में अवैध खनन के लिए 13 बड़े मुहाने हैं, जिनमें बुधवार की रात लगभग 12 बजे काफी संख्या में ओसीपी के आसपास के गांवाें के अलावा बाहर के लोग कोयला काटने घुसे थे। ओसीपी में ब्लास्टिंग के दौरान अवैध मुहानों के ऊपर मौजूद बड़े-बड़े पत्थर भरभराकर गिर पड़े। पांच मुहानों के पास मौजूद सात लोग इसकी चपेट में आ गए। इससे तीन की मौत हो गई, जबकि चार जख्मी हो गए। घायलों में एक की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। वही ईसीएल प्रबंधन व पुलिस एेसी किसी घटना से इनकार रहे हैं। मलबा गिरने के बाद अब भी वहां आठ मुहाने खुले हुए हैं। हालांकि कोलियरी एजेंट सुभाष मित्रा ने कहा कि ओसीपी में किसी भी दुर्घटना की प्रबंधन को कोई जानकारी नहीं है।
कोयला कटवाने के लिए जामताड़ा से मजदूरों को बुलवाते हैं
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ सफेदपोश ओसीपी में कोयला कटवाने के लिए जामताड़ा से मजदूरों को बुलवाते हैं। ट्रेन से मजदूरों का झुंड मुगमा स्टेशन पर उतरता है। फिर रात में कोयला काटने के लिए ओसीपी में घुसता है। बुधवार की घटना में मरने वालों में एक जामताड़ा का भी मजदूर है।उधर निरसा एसडीपीओ विजय कुशवाहा ने कहा कि सूचना पर कापासारा ओसीपी का निरीक्षण किया गया। आसपास के लोगों से पूछताछ भी की, परंतु अवैध खनन में किसी की मौत की सूचना नहीं है। हालांकि लोगों ने मलबा गिरने की बात कही है। कापासारा ओसीपी में मौजूद अवैध उत्खनन स्थलों की भराई के लिए कोलियरी व आउटसोर्सिंग प्रबंधन को निर्देश दिया गया है।


