Publish Date: Wed, 12/Feb2020
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करीब 100 प्रश्न पत्र कम पड़ गए, जेएन कॉलेज का मामला, क्षमता से अधिक परीक्षार्थी
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भास्कर सीधे परीक्षा हाॅल से- एक बेंच पर 5-5 छात्रों ने दी परीक्षा, ताक-झांक की पूरी छूट
R24News : रांची यूनिवर्सिटी में स्नातक सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा चल रही है। इसके लिए जेएन कॉलेज धुर्वा को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। मंगलवार को परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या की अपेक्षा एग्जाम सेंटर पर कम प्रश्न पत्र भेजे गए थे। बिजनेस स्टैटिक्स पेपर की परीक्षा थी। कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ. दोस्त मोहम्मद अंसारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एक सौ प्रश्नपत्र कम पड़ गए थे। इसके चलते तीन-चार परीक्षार्थी को एक प्रश्नपत्र ही दिया गया। परीक्षा पर नजर रख रहे शिक्षकों का कहना है कि यह परीक्षा नियम का उल्लंघन है। इस तरह से परीक्षा लेने का क्या मतलब है। इससे परीक्षार्थियों का भला होने वाला नहीं है। सेंटर द्वारा स्नातक परीक्षा में प्रश्नपत्र घट जाने की सूचना रांची यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग को भी परीक्षा शुरू होने के तत्काल बाद दे दी गई थी।
बड़ा सवाल?… रिकार्ड विवि के पास तो क्यों घट गए प्रश्नपत्र
परीक्षा में कितने स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं, इसका रिकार्ड यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग के पास है। क्योंकि एग्जाम फॉर्म जमा करने के बाद विवि के परीक्षा विभाग द्वारा परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड जारी किया जाता है। परीक्षा फॉर्म की संख्या के आधार पर प्रश्नपत्र की छपाई की जाती है। अब बड़ा सवाल यह है कि जब विवि को संख्या मालूम है, तो प्रश्नपत्र कैसे कम पड़ गए।
जेएन कॉलेज धुर्वा की परीक्षा में अव्यवस्था भी देखने को मिली। एक बेंच पर पांच-पांच परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। वह भी एक विषय के परीक्षार्थी। परीक्षार्थी इतने करीब बैठे हुए थे कि एक-दूसरे की उत्तर पुस्तिकाओं की लिखावट स्पष्ट दिख रही थी। मानो ताक-झांक करने की पूरी छूट मिली हुई हो। एग्जाम हॉल में ड्यूटी कर रहे शिक्षक विवश थे। उनका कहना था कि जब हम परीक्षार्थियों को व्यवस्था नहीं दे पा रहे, तो ऐसे में कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित कराना मुश्किल है।
क्षमता 600 की और परीक्षा लिख रहे 1300
कॉलेज में परीक्षार्थियों के बैठने की क्षमता 600 की है। इसकी जानकारी आरयू प्रशासन को दी गई है। इसके बाद भी मंगलवार को 1300 परीक्षार्थियों की परीक्षा थी। ऊपर से प्रश्न पत्र भी कम पड़ गए। – डॉ. बीपी वर्मा, प्रिंसिपल, जेएन कॉलेज
कॉलेज की क्षमता 1000 से अधिक
जेएन कॉलेज बेंच पर बैठने की क्षमता को लेकर गलत जानकारी दे रहा है। वहां 1000 से अधिक परीक्षार्थियों के बैठने की क्षमता है। प्रश्नपत्र कम पड़ जाने की जानकारी मिली थी। फोटो स्टेट कराकर बांटने को कहा गया था। – डॉ. कामिनी कुमार, प्रोवीसी, आरयू


