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एजुकेशन डेस्क. सीबीएसई बोर्ड (10वीं और 12वीं) की परीक्षाएं मार्च में शुरू हो जाएंगी। इस बार परीक्षा में सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि परीक्षा में शामिल हो रहे सभी स्टूडेंट्स को 8 अंकों का रोल नंबर दिया गया है, लेकिन परीक्षा हॉल में मिलने वाली आंसरशीट में रोल नंबर भरने के लिए 7 ही बॉक्स (खाने) होंगे। ऐसे में 8 अंकों के रोल नंबर को कैसे भरना है यह जानना जरूरी है।
गुरुवार को सीबीएसई के सेंटर फॉर एक्सीलेंस की ओर से एनुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भोपाल के 520 टीचर्स और प्रिंसिपल्स को ट्रेनिंग दी गई। उन्हें बताया गया कि एग्जाम हॉल में स्टूडेंट्स से रोल नंबर कैसे भरवाना है। ध्यान रखना है कि वे रोल नंबर लिखते समय पहला अंक बॉक्स के बाहर लिखें और पहले अंक से संबंधित सर्कल भी दिए गए सर्कल्स से बाहर बाईं तरफ बनाकर फिल करें। स्टूडेंट्स के लिए इसे हम स्पष्ट कर रहे हैं-
मान लीजिए आपका रोल नंबर है- 24823901 तो ऐसे भरें आन्सर शीट…
इन्हें माना जाएगा अनफेयर मीन्स
- परीक्षा हॉल में बच्चा अपने साथ कोई भी पेपर, बुक, रीडिंग मैटेरियल, मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं ले जा सकते।
- आंसर शीट में कोई भी स्टूडेंट अपना मोबाइल नंबर या ई-मेल आईडी न लिखे, जिससे की उसकी पहचान उजागर हो।
- जरूरी बदलाव
- कुछ बच्चे आंसर शीट में लिख देते हैं कि उन्हें दयावश पास कर दिया जाए। ध्यान रखें कि आंसर शीट केवल सवालों के जवाब लिखने के लिए है, नंबर ज्यादा देने की अर्जी के लिए नहीं।
टीचर्स और प्रिंसिपल्स के लिए
- टीचर्स को कोशिश करनी है कि वे बच्चों की कॉपियों को ध्यान से जांचकर ही जमा करें।
- इस बार स्पेशली एबल्ड बच्चों की कॉपियां अलग से पैक और सील करके बोर्ड को भेजनी हैं।
- प्रिंसिपल्स को ध्यान रखना होगा कि परीक्षा में या कॉपी जांचने में जिन टीचर्स की ड्यूटी लगती है, उन्हें स्कूल की ड्यूटी से रिलीव करना होगा। ऐसा न करने पर फाइनेंशियल पेनल्टी लग सकती है।
- कॉन्फ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भोपाल के अभिषेक बजाज और मीनाक्षी दांग, डॉ. राजेश शर्मा शामिल हुए।