Publish Date:Sat, 18/Jan2020
विद्या देवी और नीता कंवर ने शुक्रवार को सरपंच का चुनाव जीता।
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विद्या देवी के ससुर 20 साल सरपंच रहे, पति मेजर शिवराम एक बार और पुत्र राम सिंह कृष्णा दो बार सरपंच बने थे
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विद्या देवी ने कहा- सरपंच के नाते इलाके में पेयजल की किल्लत दूर करूंगी और विधवाओं को पेंशन दिलाऊंगी
R24 News : राजस्थान की 97 वर्षीय विद्या देवी शुक्रवार को सीकर जिले की पुरानाबास ग्राम पंचायत की सरपंच चुनी गईं। वे राज्य की सबसे उम्रदराज सरपंच बनी हैं। वहीं, टोंक जिले की नटवाड़ा पंचायत में 18 साल पहले पाकिस्तान से आईं नीता कंवर सरपंच चुनी गईं। उधर, सीकर की सुचित्रा गढ़वाल (21) ने भी लालासी पंचायत से सरपंच चुनाव में जीत दर्ज की। वे एमए की पढ़ाई कर रही हैं। राज्य की 2726 ग्राम पंचायतों पर शुक्रवार को चुनाव हुआ था।
विद्या देवी ने 207 वोट से सरपंच का चुनाव जीता है। उन्हें 843 वोट मिले। उन्होंने बताया कि मैंने पहली बार सरपंच का चुनाव लड़ा है। मेरे ससुर सूबेदार सेदूराम 20 साल तक इसी पंचायत के निर्विरोध सरपंच रहे। इसके बाद पति मेजर शिवराम सिंह भी एक बार सरपंच चुने गए थे। बेटा राम सिंह कृष्णा भी दो बार सरपंच बन चुका है। फिलहाल पोता मोंटू कृष्णनिया नीमकाथाना तहसील से पार्षद है।
मैं पूरी तरह फिट हूं: विद्या देवी
विद्या देवी ने कहा कि मुझे स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी नहीं है। रोज कई किलोमीटर तक पैदल चल सकती हूं। पंचायत में सभी विधवाओं को पेंशन दिलवाने के लिए काम करूंगी। क्षेत्र में हर घर में पानी की आपूर्ति हो के लिए प्रयास करूंगी। इसके अलावा सड़कों के निर्माण और साफ-सफाई पर भी ध्यान दूंगी।
18 साल पहले पाकिस्तान से आईं नीता भी सरपंच बनीं
उधर, टोंक जिले की नटवाड़ा में नीता कंवर ने पहली बार में ही सरपंच का चुनाव जीत लिया। वे 2001 में पाकिस्तान से अपने चाचा नखत सिंह सोढ़ा के घर जोधपुर आई थीं। इसके बाद नीता ने 2005 में सैफिया कॉलेज से स्नातक किया। फिर 19 फरवरी 2011 को नटवाड़ा राजघराने में उनकी शादी हुई। कानूनी प्रक्रिया से गुजरने के बाद 5 माह पहले सितंबर 2019 में उन्हें भारतीय नागरिकता मिली थी।
Posted By: Aditya Dubey R24 News