Publish Date: Sun, 26/Jan2020Republic Day 2020 पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राजभवन में चाय पार्टी के लिए आमंत्रित किया है।
R24 News : कोलकाता/ Republic Day 2020/ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोलकाता में रविवार को गणतंत्र दिवस समारोह के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई दी। राज्यपाल ने उन्हें राजभवन में चाय पार्टी के लिए आमंत्रित किया है।
West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar at #RepublicDay parade in Kolkata. pic.twitter.com/4jnsOIqL2v
— ANI (@ANI) January 26, 2020
गौरतलब है कि दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हिंसा को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के विरोध पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सवाल उठाते हुए उनपर परोक्ष हमला बोला था। राज्यपाल ने ममता का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम को अपने राज्य के बाहर के मुद्दों पर कूदने से पहले अपने राज्य में शांति बहाल करनी चाहिए।
राज्यपाल ने ट्वीट करके करीब एक पखवाड़े पहले कोलकाता के जादवपुर विश्र्वविद्यालय में अपने साथ हुई रोक-टोक और घेराव की घटना का जिक्र करते हुए पूछा कि जो लोग आज जेएनयू पर हंगामा कर रहे हैं उन्होंने जादवपुर विवि की घटना पर चुप्पी क्यों साध रखी थी?
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में हिंसा और अराजकता की स्थिति चिंताजनक है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उनके साथ जादवपुर विवि में जो कुछ भी हुआ था उस पर वे लोग (तृणमूल) खामोश थे लेकिन आज जेएनयू की घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। राज्यपाल ने जेएनयू की घटना पर ममता बनर्जी द्वारा वहां प्रतिनिधिमंडल भेजने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके खुद के प्रदेश की जादवपुर विवि में हुई ¨हसा पर वह कुछ नहीं बोलीं।
अपने ट्वीट में राज्यपाल ने राज्य सरकार पर निष्कि्रयता और विवि प्रबंधन पर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए कहा कि जादवपुर की घटना में विश्र्वविद्यालय के कुलपति ने अपने कर्तव्यों को दरकिनार कर दिया था और राज्य सरकार निष्कि्रय बनी हुई थी। धनखड़ ने दोहरा मापदंड को लेकर स्पष्ट कहा कि उन्हें पहले अपना घर देखना चाहिए। बता दें कि जेएनयू की घटना की निंदा करते हुए ममता ने कहा था कि देश के सभी छात्रों को इस मसले पर एक साथ लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने इस घटना को जेएनयू के छात्रों व शिक्षकों पर फासीवादी सर्जिकल स्ट्राइक तक करार दिया था।
गौरतलब है कि पिछले महीने 24 दिसंबर को कोलकाता के जादवपुर विवि में तृणमूल समर्थित नॉन टीचिंग स्टाफ व छात्रों ने राज्यपाल को विवि के दीक्षांत समारोह में शामिल होने से रोकते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए थे और उनकी कार रोक ली थी। अंत में राज्यपाल को बैरंग वापस लौटना पड़ा था।
Posted By: Aditya Dubey R24 News